Curriculum
- 25 Sections
- 26 Lessons
- 10 Weeks
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- UNIT 10
- 1. चाँदनी रात2
- 2. बिल्ली का बिलंुगड़ा2
- 3. कबीर2
- 4. किताबें2
- 5. जूलिया2
- 6. ऐ सखि ! (पूरक पठन)2
- 7. डाॅक्टर का अपहरण2
- 8. वीरभूमि पर कुछ दिन2
- 9. वरदान माँगूँगा नही2
- 10. रात का चौकीदार (पूरक पठन)2
- 11. निर्माणों के पावन युग में2
- UNIT 20
- 1. कह कविराय2
- 2. जंगल (पूरक पठन)2
- 3.. इनाम2
- 4. सिंधु का जल2
- 5. अतीत के पत्र2
- 6. निसर्ग वैभव (पूरक पठन)2
- 7. शिष्टाचार2
- 8. उड़ान2
- 9. मेरे पिता जी (पूरक पठन)2
- 10. अपराजेय2
- 11. स्वतंत्रता गान2
- QUESTION PAPERS4
Assignment (9HIN4)
किताबें झॉंकती हैं बंद अलमारी के शीशों से,
बड़ी हसरत से तकती हैं ।
महीनों अब मुलाकातें नहीं होतीं,
जो शामें उनकी सोहबत में कटा करती थीं
अब अक्सर ……..
गुजर जाती हैं ‘कंप्यूटर के पर्दों पर’
बड़ी बेचैन रहती हैं किताबें ……..
उन्हें अब नींद में चलने की आदत हो गई है
जो कदरंे वो सुनाती थी
कि जिनके ‘सेल’ कभी मरते नहीं थे,
वो कदरें अब नजर आती नहीं घर में,
जो रिश्तेवो सुनाती थीं ।
वह सारे उधड़े-उधड़े हैं,
कोई सफा पलटता तो इक सिसकी निकलती है,
कई लफ्जाें के मानी गिर पड़े हैं
बिना पत्तों के सूखे-टुंड लगते हैं वो सब अल्फाज,
जिन पर अब कोई मानी नहीं उगते ……..
जुबांपर जो जायका आता था जो सफा पलटनेका
अब उँगली ‘क्लिक’ करनेसेबस
झपकी गुजरती है
बहुत कुछ तह-ब-तह खुलता चला जाता हैपरदेपर,
किताबों सेजो जाती राब्ता था, कट गया है……..
कभी सीनेपेरख केलेट जातेथे
कभी गोदी मेंलेतेथे
कभी घुटनों को अपनेरिहल की सूरत बनाकर
नीम-सजदेमेंपढ़ा करतेथे, छूतेथेजबीं से
वो सारा इल्म तो मिलता रहेगा आइंदा भी
मगर वो जो किताबों में मिला करतेथेसूखेफूल
और महकेहुए रुक्के
किताबें गिरने, उठानेकेबहानेरिश्ते बनतेथे
उनका क्या होगा ? वो शायद अब नहीं होंगे!!
Complete all the assignments given below in your fair notebook. The solutions / Answer set is given for your reference. Do not copy the answers directly without understanding.
These assignments will be considered for Internal Evaluation
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